कोरोना तुमने गज़ब का सीज़न बना दिया,
आदमी को आदमी से अलग करने का रीजन बना दिया,
हाथ धोते रहे लोग नौकरी से लगातार,
पढ़े लिखे लोग होते रहे बेरोजगार,
कौन कहता है साबुन से हाथ धोना है बार-बार
अब तो जान से हाथ धोने का मौसम बना दिया,
कोरोना तुमने गज़ब का सीज़न.........
लोगो मे इंसानियत हुआ करती थी कभी,
दुःख मे लोगो की भीड़ दुआ करती थी कभी,
जहाँ पैसे की हवा हुआ करती थी कभी,
अब तो हवा का ही तुमने पैसा बना दिया,
कोरोना तुमने गज़ब का सीज़न बना.......
Nice
ReplyDeleteThanks 😊
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