Thursday, December 23, 2021

क्या आप समझ पा रहें हैं?


 'जो लोग आपको समंदर के बढ़ते जलस्तर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं, वे खुद समंदर किनारे की जायदाद खरीदने में लगे हैं! 


जो लोग आपको महामारी को लेकर चेतावनी दे रहे हैं, वे खुद पार्टियां और रैलियां करने में मशगूल हैं! 


जो लोग आपको यह बता रहे हैं कि आप अपने विवेक या कॉमन सेंस के हथियार का समर्पण कर दीजिए तो इससे आप सुरक्षित रहेंगे, वे खुद अपने लिए सबसे आधुनिक हथियारों का सुरक्षा घेरा खड़ा करने में लगे हैं!


क्या आप अब भी यह समझ पा रहे हैं?'


यार बताऊं कैसे मैं

  चाह बहुत है कह जाऊं,  पर यार बताऊं कैसे मैं  सोचता हूं चुप रह जाऊं,  पर यार छुपाऊं कैसे मैं ।  प्रेम पंखुड़ी बाग बन गया,  धरा पर लाऊं कैसे...